कर्म और अकर्म क्या है? मैं सब कुछ कर रहा हूँ यह कर्ता भाव सभी कर्मो का कारण है| जब बाह्य रूप से सब कुछ होता है लेकिन कर्ता भाव नहीं होता वह अकर्म है| अकर्ता भाव की समज से ही हम कर्मो से छुटकारा पा सकते है|यह समज केवल ज्ञान से ही प्राप्त हो सकती है|
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