गीता कI अच्छी तरह ज्ञान हो जाना चाहिये। इतना नहीं तो शब्दार्थ तो हो जाय। इतना नहीं तो बारह अध्याय, यह भी नहीं तो छ: अध्याय। यह भी न हो तो तीन ही अध्याय। नहीं तो कम से कम एक अध्याय क पाठ तो रोज होना ही चाहिये। इतना भी न हो सके तो तीन श्लोक तो बालकों को याद